
बीते दो साले से पंजाब की रोपड़ जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर पंजाब और यूपी सरकार आमने-सामने आ गए हैं. पंजाब सरकार ने रोपड़ जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को फिलहाल यूपी सरकार को सौंपने से इनकार किया है. पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर अंसारी को यूपी सरकार की हिरासत में देने से इनकार किया है. पंजाब सरकार ने इसका कारण अंसारी के स्वास्थ्य को बताया है. सुप्रीम कोर्ट 8 फरवरी को इस मामले की सुनवाई करेगी.
जेल अधीक्षक के माध्यम से दायर हल्फमामे में कहा गया है कि अंसारी कथित तौर पर उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अवसाद, पीठ दर्द और त्वचा की एलर्जी से पीड़ित है. यूपी सरकार की याचिका को खारिज करने की मांग करते हुए पंजाब-सरकार ने कहा है कि वह चिकित्सकों की राय के अनुसार काम कर रही है.
पंजाब सरकार ने कहा कि अंसारी को यूपी से दूर रखने के लिए कोई पूर्वकल्पित साजिश नहीं थी. हलफनामे में कहा गया है कि यूपी की रिट याचिका विचार करने योग्य नहीं है क्योंकि पंजाब में अंसारी को हिरासत में रखे जाने को यूपी अपने मौलिक अधिकार के उल्लंघन का दावा नहीं कर सकती है.
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को अंसारी को यूपी सरकार को देने की अर्जी पर जवाब दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था. यूपी सरकार ने तर्क दिया है कि अंसारी के खिलाफ यूपी में गंभीर आरोप लंबित हैं. वह “मामूली मामले” में दो साल तक पंजाब में रहे हैं.
बता दें, इस मामले में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से बीजेपी विधायक अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को चिट्ठी लिखकर बाहुबली मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगा चुकी हैं. चिट्ठी में कहा कि मेरे पति के हत्यारे मुख्तार अंसारी और उसके ईनामी बेटे अब्बास अंसारी को आप और आपकी पंजाब एवं राजस्थान सरकार ने राज्य अतिथि बना कर रखा है. इसका प्रमाण अखबार में छपी तस्वीरें है जिसमें साफ है कि सरकारी संरक्षण में राजस्थान सरकार ने मुख्तार के इनामिया बेटे अब्बास की धूमधाम से शादी करवाई. अलका राय, पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी हैं, जिनकी हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर लगा था.