
हाल ही में बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान और उनकी पत्नी किरण राव ने अपने तलाक की घोषणा की है। इसे कई लोग लव जिहाद के एंगल से जोड़ रहे हैं और सोशल मीडिया पर #लवजिहाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। सोशल मीडिया पर इसी ट्रेंड के बीच वाराणसी की एक संस्था ‘मुस्लिम महिला फाउंडेशन’ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी के नाम से एक ट्वीट वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने की सलाह दी जा रही है और साथ ही कहा गया है कि ऐसा करने से मुस्लिम लड़कियां बुर्का पहनने और ट्रिपल तलाक जैसीर कुरीतियों से बच जाएंगी और देवी का दर्जा पाएंगी।
ये है वायरल ट्वीट
इसके बाद एक फेसबुक यूजर ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया और लिखा कि “नाज़नीन अंसारी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने मुस्लिम होकर यह सच्चाई लोगों से शेयर की।
ये है सच्चाई
बाद में जब इस ट्वीट की सच्चाई जानने के लिए रिसर्च की गई तो पता चला कि मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने का सुझाव देने वाला ट्वीट @RambhaktNaznin नाम के जिस ट्विटर अकाउंट से किया गया है वो नाजनीन का असली ट्विटर अकाउंट नहीं है। नाजनीन के मुताबिक उनका एकमात्र असली ट्विटर अकाउंट ‘@RamBhaktNazneen’ है। इतना ही नहीं @RambhaktNaznin के अलावा @iNazneenAnsari नाम के एक और ट्विटर अकाउंट से भी नाजनीन के नाम से ट्वीट वायरल हो रहे हैं।
जब @RambhaktNaznin’ के अकाउंट की पड़ताल की गई तो पता चला कि ये अब डिलीट हो चुका है जबकि खबर लिखे जाने तक ये अकाउंट चालू था। वैसे आपको बता दें कि फर्जी अकाउंट अकसर किसी एक खास मकसद से बनाया जाता है और फिर उसे डिलीट कर दिया जाता है। शायद इस अकाउंट के साथ भी ऐसा ही हुआ है।
इसके बाद नाजनीन ने अपने असली ट्विटर अकाउंट @RamBhaktNazneen के जरिए लोगों को अपने नाम से चलाए जा रहे फर्जी ट्विटर अकाउंट को लेकर सतर्क किया है। बता दें कि नाजनीन अंसारी वाराणसी की सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने तीन तलाक और अनुच्छेद 370 के विरोध में अभियान चलाया था। वहीं एक रिपोर्ट मुताबिक नाजनीन ने रामचरित मानस, हनुमान चालीसा, दुर्गा चालीसा और शिव चालीसा का उर्दू में अनुवाद किया था। इतना ही नहीं उनका नाम देशभर की उन 100 महिलाओं में भी शामिल हो चुका है जिन्हे साल 2016 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति भवन बुलाकर सम्मानित किया गया था।
यानी साफ है कि नाजनीन के नाम पर बने फर्जी ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट के जरिये भ्रम फैलाने की कोशिश है इसके अलावा और कुछ नहीं है।