उत्तर प्रदेश के विधायक मुख्तार अंसारी ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से फैमिली लिंक बताया है. यह दावा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए हलफनामे में किया है. एफिडेविट में मुख्तार ने अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि के बताया है कि वह वह मऊ सीट से पांच BSP के विधायक रहे हैं. वह दिवंगत डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी के पोते हैं, जो कि स्वतंत्रता सेनानी, इंडियन नेशनल कांग्रेस (1927-1928) के अध्यक्ष और नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) के संस्थापक सदस्यों में से एक थे.
माफिया मुख्तार ने कहा कि वह ऐसे परिवार से ताल्लुक रखता है, जिसने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अत्यधिक योगदान दिया और जिसने देश को पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, तत्कालीन ओडिशा के राज्यपाल बाबा शौकतुल्ला अंसारी, इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस आसिफ अंसारी और खुद उत्तरदायी (मुख्तार) के पिता दिवंगत सुभानअल्लाह अंसारी (स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता) सरीखे नेता दिए.
हलफनामे में आगे बताया गया कि मुख्तार के नाना शहीद ब्रिगेडियर उस्मान अंसारी थे, जिन्होंने भारतीय सेना को अपनी सेवाएं दीं और तीन जुलाई 1948 को भारत-पाक की जंग में नौशेरा बॉर्डर पर कश्मीर में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. उनके नाम का चयन मरणोपरांत महावीर चक्र के लिए हुआ था.
मौजूदा समय में मुख्तार अंसारी जेल में बंद हैं. मऊ के विधायक पंजाब में कथित तौर पर उगाही के मामले में रूपनगर जिले की जेल में जनवरी, 2019 से बंद हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि पंजाब की सरकार मुखर होकर कथित गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को बचा रही है, जबकि टॉप कोर्ट यूपी द्वारा दाखिल की गई याचिका पर सुनवाई कर रहा है. योगी सरकार ने इस याचिका में मांग की है कि रूपनगर जेल प्रशासन को अंसारी की कस्टडी यूपी जेल अथॉरिटी को देने के निर्देश दिए जाएं.