बजट सत्र में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस बजट पर भारत की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नजर है, उन्होंने कहा, आज एक दिन बेहद महत्वपूर्ण है. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पहली बार संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगी और उनका संबोधन भारत के संविधान, संसदीय प्रणाली का गौरव है और नारी सम्मान का भी अवसर है.
प्रधानमंत्री ने कहा, दूर-सुदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाली हमारी महान आदिवासी परंपरा के सम्मान का भी ये अवसर है. हमारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी एक महिला हैं जो कल बजट पेश करने वाली हैं. पीएम बोले, आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नजर भारत के बजट पर है.
प्रधानमंत्री मोदी आगे बोले, ‘भारत पहले, नागरिक पहले’ की सोच को लेकर हम संसद के इस बजट सत्र को आगे बढ़ाएंगे. मुझे उम्मीद है कि विपक्षी नेता संसद के समक्ष अपने विचार रखेंगे. अस्थिर वैश्विक आर्थिक स्थिति के बीच, भारत का बजट आम नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगा. दुनिया को जो आशा की किरण दिख रही है उसके लिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि निर्मला सीतारमण उन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास करेंगी.