
मिशन ऑस्ट्रेलिया की शानदार जीत के बाद से ही टीम इंडिया के कप्तानी को लेकर बहस छिड़ गई. वैस तो भारतीय टीम के कप्तान विराज कोहली हैं, मगर ऑस्ट्रलिया में हुए बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी में 2-1 से सीरीज पर कब्जा करने के बाद से ही अजिंक्य रहाणे को रेगुलर कप्तान बनाने की मांग उठने लगी है. वहीं टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और एक्सपर्ट रहाणे की तरफदारी कर चुके हैं. उनका कहना है कि कोहली को बल्लेबाजी में ध्यान देना चाहिए और कप्तानी अजिंक्य रहाणे को संभालनी चाहिए. भारत के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी भी रहाणे के पक्ष में हैं. उधर, अब इस बारे में अजिंक्य रहाणे का बयान आया ह,. उन्होंने साफ कर दिया है कि टीम के कप्तान विराट कोहली ही है.
एक मीडिया बेवसाइड के मुताबिक भारतीय टीम के कप्तान को लेकर चल रही बातचीत में रहाणे से सवाल पूछा गया कि टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर काफी बहस हो रही है. इस पर वे क्या सोचते हैं? तो, अजिंक्य रहाणे ने जवाब देते हुए कहा, ‘देखिए, विराट और मेरा, हम दोनों का मकसद यही है कि हम टीम इंडिया के लिए अच्छा करें और टीम इंडिया को जीत दिलाए. हम दोनों के बीच कुछ भी नहीं है. आने वाली सीरीज में वो कप्तान हैं और मैं उपकप्तान हूं. जैसे पहले शुरू था वैसे ही अब शुरू होगा. विराट इंडिया चले गए तभी मैं कप्तान बना. जब वे कप्तान होते हैं तो उनका भी यही मकसद होता है कि वे टीम को जिताए और मैं कप्तान था तो मेरा भी यही मकसद था. साथ ही मैंने पहले भी कहा था कि इस जीत का क्रेडिट टीम को जाता है. टीम ने इतना अच्छा खेल दिखाया तभी वह इतने अच्छे दिख रहे हैं.’
वहीं, जब उनसे जब उन्हें और चेतेश्वर पुजारा के खेलने के तरीके पर सवाल उठाए गए. दोनों को टीम से ड्रॉप भी किया गया. क्या आपके दिल में वह चोट थी? इस पर रहाणे ने जवाब दिया, देखिए, बिलकुल नहीं. हमेशा से मैंने टीम को पहले रखा है. उस टाइम पर अगर किसी को लगा वो डिसीजन लेना था तो मैंने उसे स्वीकार किया. मेरे लिए मेरा देश पहले आता है. हमारी टीम पहले आती है. उसके लिए जो मेरे से हो सकता है उसमें 100 फीसदी देता हूं. इसलिए पास्ट में क्या हुआ वह बिलकुल भी दिमाग में नहीं था.