1.सरकार का किसानों को अल्टीमेटम
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के दो दिन बाद गुरुवार को पुलिस सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर एक्शन में नजर आई. सिंघु पर दिल्ली पुलिस ने भारी तादाद में जवान भेजे. यही हाल गाजीपुर का भी था, यहां यूपी की पुलिस फोर्स भी मौजूद थी. इस बीच, किसान आंदोलन से दो और संगठन अलग हो गए. इनमें भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) और भारतीय किसान यूनियन (एकता) शामिल हैं. इससे पहले राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) आंदोलन से हट गए थे.
2.गाजीपुर में रो पड़े राकेश टिकैत
दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के दो दिन बाद प्रशासन ने किसानों से गाजीपुर बॉर्डर का इलाका खाली करने को कहा. बड़ी तादाद में दिल्ली और यूपी की पुलिस गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गई. ये देखकर, कुछ देर पहले धमकी देने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के आंसू निकल आए. उन्होंने रोते हुए कहा,